Einstein theory being wrong in the concept of speed and time.
In modern science, both time or speed is very interesting. Does time depend on speed and speed on time? Or what is the relation of space-time?
According to the principles or discovery of modern science: -
Space and time depend on each other.Because in modern theory time and space originated simultaneously from the Big Bang. In which both time and space are increasing or spreading at the same pace.
Therefore, due to the spread of time and space together, there is momentum in them and due to this the whole universe is spreading. And the physical creations of this entire universe are moving away from each other.
Einstein talks about space and time in his Theory of Relativity. In which he has described time as relative.
So is time really relative? I have mentioned detailed about time in this blog: -
( https://achintyaspiritual.blogspot.com/2019/10/time-and-time-period-or-life-span.html )
Due to these theories of Einstein, in modern science, concepts like time travel, slow or fast time, and time dilation, stoppage of time came.
According to Einstein, the speed of light remains constant for every Inertial frame of reference. As we get closer to the speed of light, time starts to slow down. And if our speed becomes equal to the speed of light, then time will stop.
The one who follows Newton's first law comes in the Inertial frame of reference.
So does this creation run according to the principles of Newton. will time stop if the body travel in the speed of light is in the Inertial frame of reference?
According to Einstein's theories, the speed of light is stated to be constant while time is given relative.
Can time be relative but not the speed of light? even which is phenomena materialistic creation.
According to Einstein, time also originated from the Big Bang, so is time directional? Because according to this principle, time should be directional because it has originated and is spreading.
My fact is: -
The truth is that motion can be in any physical composition or creation. And this speed can change,which is likely to cause disorder in motion.Because it is materialistic. In which the physical composition can be of any substance only. If this is seen then time is not materialistic, there can be no disorder in them.
"Any change in time can come only if it is materialistic. No change is possible in non-materialistic creations".
And time is non-materialistic creation.
Similarly, time travel is not possible by being materialistic. No one can change the speed of time and time dilation is not possible. Time cannot be stopped.
Therefore, time can never be relative. And Einstein's theories fail here. Their theory is possible only if time is materialistic. But time is not materialistic.
आइंस्टीन सिद्धांत का गति और समय की अवधारणा में गलत होना।
आधुनिक विज्ञानं में समय अथवा गति दोनों ही बहुत दिलचस्प है। क्या समय गति पर और गति समय पर निर्भर करता है? अथवा क्या अंतरिक्ष का समय से क्या सम्बन्ध है?
आधुनिक विज्ञानं के सिद्धांतो अथवा खोज के अनुसार:-
अंतरिक्ष और समय एक दूरसे पर निर्भर करते है। क्योकि आधुनिक सिद्धांत में समय और अंतरिक्ष की शुरुआत एकसाथ बिग बैंग से हुई। जिनमे समय और अंतरिक्ष दोनों ही सामान गति से बढ़ अथवा फ़ैल रहे है।
अतः समय और अंतरिक्ष के फैलाव के कारन इनमे गति आगई है और इसी के कारन सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड फ़ैल रहा है। और इस सम्पूर्ण सृष्टि की भौतिक रचनाये एक दूसरे से दूर जा रही है।
अंतरिक्ष और समय के बारे में आइंस्टीन ने अपनी थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी में बतया है। जिनमे उन्होंने समय को सापेक्ष बताया है।
तो क्या वाकई समय समय सापेक्ष है? इसके बारे में मैंने इस ब्लॉग में जिक्र किया है:-
( https://achintyaspiritual.blogspot.com/2019/10/time-and-time-period-or-life-span.html )
( https://achintyaspiritual.blogspot.com/2019/10/time-and-time-period-or-life-span.html )
आइंस्टीन के इन्ही सिद्धांतो के कारन आधुनिक विज्ञानं में समय यात्रा, समय का धीमा अथवा तेज होना, समय का रुक जाना जैसे संकल्पना आये।
आइंस्टीन के अनुसार हर इनरटीएल फ्रेम ऑफ़ रेफरन्स के लिए प्रकाश की गति स्थिर रहती है।जैसे जैसे हम प्रकाश के गति के करीब पहुंचते है तो समय धीमा होने लगता है।और अगर हमरी गति प्रकश की गति के बराबर हो जाये तो समय रुक जायेगा।
जो नेव्तोन का पहला नियम का पालन करे वह इनरटीएल फ्रेम ऑफ़ रेफरन्स में आता है।
तो क्या यह सृष्टि नेव्तोन के सिद्धांतो के अनुसार चलती है। क्या अगर प्रकाश इनरटीएल फ्रेम ऑफ़ रेफरन्स में हैतो क्या समय रुक जायेगा?
आइंस्टीन के सिद्धांतो के अनुसार प्रकश की गति स्थिर बताई गई है जबकि समय को सापेक्ष बतया गया है।
क्या समय सापेक्ष हो सकता है किन्तु प्रकश की गति नहीं?
आइंस्टीन के अनुसार समय की भी उत्पत्ति बिग बैंग से हुई तो क्या समय दिशात्मक है? क्योकि इस सिध्यांत के अनुसार समय को दिशात्मक होना चाहिए क्योकि इसकी उत्पत्ति हुई है और यह फ़ैल रहा है।
मेरा तथ्य यह है की:-
सत्य तो यह है की गति किसी भौतिक रचना में हो सकती है। और यह गति परिवर्तित हो सकती है, जिसमे विकार होने की संभावना है। क्योकि यह भौतिकवादी है। जिसमे भौतिक रचना केवल किसी पदार्थ की हो सकती है। यह अगर देखा जाये तो समय भौतिकवादी नहीं है, इनमे कोई विकार नहीं हो सकता।
"समय में किसी भी प्रकार का परिवर्तन तभी आ सकता है अगर वह भौतिकवादी है।गैर भौतिकवादी रचनाओं में किसी प्रकार का कोई बदलाव संभव नहीं है"।
और समय गैर भौतिकवादी रचना है।
इसी प्रकार समय यात्रा भौतिकवादी होकर संभव नहीं है। समय की गति में कोई परिवर्तन नहीं सकता। समय को रोका नहीं जा सकता।
अतः समय सापेक्ष कभी भी नहीं हो सकता। और आइंस्टीन के सिद्धांत यहाँ असफल होते है। इनके सिद्धांत तभी संभव है अगर समय भौतिकवादी हो। परन्तु समय भौतिकवादी नहीं है।
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