The time is absolute, Time dilation is not possible.



This question is very interesting in modern science. According to the theories in modern science, time has become highly thinkable. And this day is becoming a subject of deep discovery.


This blog has been told about space or time: -



In modern science theories it is possible to slow down or change time, or time dilation is possible. So is change possible in a time which is not materialistic?

According to modern physics theories, both time or space depend on gravity.The higher the mass of a physical body, the greater will be its gravity. And the more his gratitude, the more it will affect time.


Even due to excessive gravitational force, the speed of time in black hole is stated to be slow. And this is the change of time.

"According to Einstein, the speed of light remains constant for every Inertial frame of reference. As we get closer to the speed of light, time starts to slow down. And if our speed becomes equal to the speed of light, then time will stop".



So what is the speed of light in this universe? Cannot any other composition exceed more then the
speed of light?

Have we known the highest speed of this universe?


If the speed of light is the highest speed of the universe, then is it not possible to move at a higher speed now?


The question here is also that the speed of light also changes with the gravity and changes near the black hole. Therefore, there is a change in the speed of the light. But in Einstein's recommended inertial frame , the speed of light remains constant. So does this universe follow this rule.


As they say that if we go at the speed of light, then time will stop, is there no time between the rays of light? is there time stops for light?
If this is the case, the light should not take time to move somewhere.

But it is not possible nor did it happen. So Nawton's principle for time is right, that the speed of time never changes for anyone, it goes on continuously.

So time does not change for anyone. The change in time that is observed is due to mathematical calculation, it may be due to an error in an instrument or error in observations.






समय निरपेक्ष है, समय का फैलाव संभव नहीं है।



आधुनिक विज्ञानं में यह प्रश्न बहुत हे दिलचस्प है। आधुनिक विज्ञानं में आये सिद्धांतो के अनुसार समय अत्यधिक सोचने योग्य हो गया है। और यह दिनोदिन एक गहरे खोज का विषय बनता जा रहा है।


अंतरिक्ष अथवा समय के बारे इस ब्लॉग में बतया गया है:- 


आधुनिक विज्ञानं के अनुशार समय का धीमा होना अथवा समय में परिवर्तन होना संभव है। तो क्या जो समय भौतिकवादी नहीं है उसमे परिवर्तन संभव है?


आधुनिक भौतिकी सिद्धांतो के अनुसार समय अथवा अंतरिक्ष दोनों ग्रुत्वकर्षण पर निर्भर करते है।
जिस भौतिकी शरीर का द्रव्यमान जितना अधिक होगा उसका उतना ही ग्रुत्वकर्षण होगा। और जितना अधिक उसका ग्रुत्वकर्षण होगा उतना ही वह समय पर प्रभाव डालेगा।


यहाँ तक की अत्यधिक ग्रुत्वकर्षण बल के कारन ब्लैक होल में समय की गति धीमी बताई गई है। और यही से समय के बदलाव देखने को मिलता है।


आइंस्टीन के अनुसार हर इनरटीएल फ्रेम ऑफ़ रेफरन्स के लिए प्रकाश की गति स्थिर रहती है।जैसे जैसे हम प्रकाश के गति के करीब पहुंचते है तो समय धीमा होने लगता है।और अगर हमरी गति प्रकश की गति के बराबर हो जाये तो समय रुक जायेगा।


तो क्या प्रकश की गति हे इस ब्रह्माण्ड की सबसे अधिक गति है? क्या प्रकाश की गति से अधिक किसी अन्य रचना की गति नहीं हो सकती?


क्या हमें इस ब्रह्माण्ड की सर्वाधिक गति का ज्ञात हो चुका है?

अगर प्रकश की गति ही ब्रह्माण्ड की सबसे अधिक गति है तो  फिर क्या अब इससे ज्यादा गति में चलना संभव नहीं है क्या?

प्रश्न यहाँ यह भी है की प्रकाश की गति भी ग्रुत्वकर्षण से परिवर्तित होती है और ब्लैक होल के समीप बदल जाती है। अतः प्रकश के गति में परिवर्तन देखने को मिलता है। किन्तु आइंस्टीन के अनुशार इनरटीएल फ्रेम में प्रकश की गति स्थिर रहती है। तो क्या यह ब्रह्माण्ड यही नियम मानता है।


जैसा की इनका कहना है की अगर हम प्रकाश की गति से चले तो समय रुक जायेगा तो क्या प्रकाश की किरणों के बीच में समय नहीं है, क्या प्रकश के लिए समय रुका हुआ है।

अगर ऐसा है तो प्रकश को कही चलने के लिए समय नहीं लगना चाहिए।

किन्तु ऐसा संभव नहीं है और न ही ऐसा देखने को मिला। अतः समय के लिए नेव्तोन का सिद्धांत सही है, की समय की गति कभी किसी लिए नहीं बदलता वह निरंतर चलता रहता है।

अतः समय किसी के लिए नहीं बदलता। जो समय में में परिवर्तन देखने को मिलता है वह गणितीय गड़ना के कारन है वह किसी उपकरण में त्रुटि के कारन हो सकती है।

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